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Feb 2, 2019

भारतीय संस्कृति, परंपरा और वामपंथी ढोंग

पर्यावरण संरक्षण, पितृसत्ता और महिला अधिकार ऐसे शब्द और कार्यक्रम हैं जिनका वामपंथियों द्वारा आज भारतीय परंपरा, संस्कृति के ऊपर शस्त्र के रूप में उपयोग किया जा रहा है. एक सुशील, आदर्श और कट्टर वामपंथी पर्यावरण संरक्षण के लिये दीवाली, होली, दही हांडी, मकर संक्रांति जैसे उत्सवों को चुनता है और कहता है कि ये पर्यावरण विरोधी हैं. उसे दीवाली पर वायु प्रदूषण, होली पर जल प्रदूषण, मकर संक्रांति पर पक्षी हत्या होती दिखती है.

Jan 18, 2015

वो भोला भाला एक सांप...

वो भोला भाला एक सांप।
भाषण देता था खाँस खाँस।।
वो पहुंचा घाट बनारस के।
वापस लौटा फिर हांफ हांफ।।

Jan 17, 2015

पूर्व मंत्री की पोर्नसाइट बंद, यूजर्स मे भारी गुस्सा ।

मोदी सरकार की पोर्न साइट पर प्रतिबंध लगाने के अंदेशे के कारण एक पूर्व मंत्री द्वारा बनाई गयी वेबसाइट के यूजर्स मे बहुत आक्रोश है, एक गुप्त स्थान पर हुई चर्चा मे उन्होने कहा कि वेबसाइट के आकर्षक अफ्रीकी मॉडलों को देख कर उन्होने विडियो डाउनलोड करने के अधिकार खरीदे थे, लेकिन पूर्व मंत्री ने  मॉडलों के विडियो का बकाया नही दिया, मांगने पर मारपीट की, इसलिये मॉडलों ने विडियो के कॉपी राइट के लिये मंत्री जी को कोर्ट मे खींचने की धमकी दी जिससे गुस्साकर मंत्री जी ने वेबसाइट बंद की है। यूजर्स का कहना है कि मंत्री जी के लालच की सजा उनको क्यों मिले? यदि साइट चालू नही की गयी तो वो अपनी पुरानी पार्टी को वोट देंगे जिसने मंत्री जी को सरकार मे समर्थन दिया था। उधर मंत्री जी को पोर्नसाइट से होने वाली आय पर गिरी गाज से बहुत धक्का लगा है और कोढ में खाज ये है कि उनकी पार्टी ने उनसे मिलने वाले चंदे में बढोत्तरी की मांग की है।

Mar 31, 2014

केजरीवाल दोहावली

तू AAPi AAPi करता चल ।
तू आपाधापी करता चल ।।
जब कोई तुझ से कुछ पूछे।
तू खांसी खांसी करता चल ।।


Sep 19, 2013

तुम क्या दोगे..?


अभी तो मुझे नारा तक समझ नही आया कि…. 
आधी रोटी खानी है, 
कि पूरी रोटी खानी है, 
कि खानी भी है कि नही खानी है, 
या फिर खिलानी है?
1 रुपये मे खानी है, 
कि 5 रुपये मे खानी है, 
कि 12 रुपये मे खानी है?

Jan 13, 2011

भ्रष्टाचारियों के कारण मेरी संक्रांति की खिचडी..

आज मकर संक्रांति है, सूर्य भगवान उत्तरायण मे जाना आरंभ करेंगे. वैसे तो खिचडी कई दिन से पक रही है, सब्जी मे बिना प्याज के मजा नही आता, और मुझे सब्जी खाने मे मजा आये, इसमे शरद पवार को मजा नही आता, तो आज भी खिचडी बनी है, ये अच्छा है कि इसमे प्याज नही डलते वरना संक्रांति पर्व की खिचडीभोज भी शासक समूह को धिक्कारने मे गुजरता. एक कौर खाता, चार गाली बकता, जीभ कटती तो आठ बकता. 


Sep 29, 2010

कबीर के दोहे, कॉमनवेल्थ खेल के परिप्रेक्ष्य में..

साई इतना दीजिये, जितना कलमाडी खाय !

सात पुश्त भूखी ना रहे, कोई चिंता नही सताय !!


गिल कलमाडी दौऊ खडे, काके लागू पांय !

बलिहारी मै दौऊ पर, भट्टा दिया बिठाय !!



Sep 1, 2010

कामन वेल्थ झेल का थीम गीत…

कृपया धुन के लिये प्रदीप जी का लिखा प्रसिद्ध गीत


“आओ बच्चो तुम्हे दिखाये, झांकी हिन्दुस्तान की, इस मिट्टी से तिलक करो ,

ये धरती है बलिदान की”

पर निम्न पन्क्तियों को समायोजित करने का प्रयास करें…


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आओ तुमको कथा सुनाये, नेता जी के चमत्कार की.

खेल खेल में पैसा  झपटा, लोगो ने हाहाकार की.

टैक्स भी ले लिया…. काम भी नही किया.

टैक्स भी ले लिया…. काम भी नही किया.



Aug 30, 2010

कामन वेल्थ खेलो का गीत उसके भावार्थ सहित...

पेश है कामन वेल्थ खेलो का गीत उसके भावार्थ सहित..

प्रसंग : ये पद्य हमने कामन वेल्थ खेलो के गीत से लिया है.. यहां पर नेता अपनी कमाई की खुशी मे जोर जोर से गीत गा रहा है.. गीत का भावार्थ निम्न है..



Aug 24, 2010

नेता का सरकारी झपट्टा..


एक नेता बहुत ही परेशान था, उसके साथ के कई नेता चारा, सडक, डामर, पनडुब्बी, तोप, प्रोविडेंड फंड, रिश्वत खा कर, और ईमान, धर्म, देश, न्याय, सुरक्षा बेच कर बहुत मोटे हो गये थे. नेता चूंकि खेल संघ का अध्यक्ष भी था लेकिन फिर भी कुछ नही कर पा रहा था क्यों कि जो कमाई चारा, डामर, पनडुब्बी, तोपो मे थी वो कमाई खेलो मे नही हो पाती थी.